Khet me jam kar chudai chachi ke sath चाची की चुदाई खेत में

हेलो मेरे दोस्तों आज की कहानी चाची की चुदाई  की कहानी है यें कहानी आप www.sexkhaniyan.online में पड़ रहे हो इस कहानी की शुरुआत तब हुई जब में अपने गांव गया था हमारे गांव में मेरे ताऊ की बेटी की शादी थी तो में मेरा परिवार सब शादी के लिए गांव गए
 

हम लोग अपनी गाड़ी में ही गांव गए और रात के 10:30 बजे हम घर पहुंच गए उसदिन हम बहुत ज्यादा थक गए थे और मुझे नींद आप रही थी
हालांकि मम्मी पापा ने खाना भी खाया पर मेरी चाची कहती रही खाना खा लें पर में थकान के कारण सो गया में किसी से ढंग से बात भी नहीं कर पाया अब मेरी आँखों कुछ सुबह के 11:15 मिनट में खुली वो भी मुझे मेरी चाची ने आवाज लगाई
शुभम  जल्दी निचे आओ बहुत तयारी करनी है
उसके शाम को बारात आनी थी तो बहुत काम थे
पर गांव की शांति में नींद का कुछ अपना ही मजा था में  उठ नहीं पाया  मेरी आँख ही खुल नहीं रही थी
पर अचानक मेरी चाची मेरे लिए चाय का प्याला लें कर मेरे कमरे में आयी और और बोली ज़िज़ी ने बहुत बिगाड़ रखा है तुम्हे वो ज़िज़ी मेरी मम्मी को कहती है
उनके इतना कहते ही में उठ कर बैठ गया और जब मेने उनकी और देखा तो में जैसे मदहोश हो गया 4 साल पहले उनकी शादी हुई चाचू से
अब उनकी डेढ़ साल की बेटी भी है पर में उनसे  उनकी शादी के बाद कभी मिल ही नहीं पाया क्यूंकि में शहर में रहता हूं और गांव कम ही आता हूं मम्मी पापा तो आते रहते है
जब कभी में आया भी हूं तो वो अपने मम्मी पापा के घर गयी हुई थी
आज जब मेने उन्हें देखा तो मेरे तो उनके प्रति विचार ही बदल गए में सब भूल गया था की वो मेरी चाची है बस में उस समय चाहता था की उनको गोदी उठा कर बिस्तर पर पटक लूँ
और में ही क्या कोई और भी होता तो यही सोचता और शायद ऐसा कर भी लेता वो लग ही ऐसी रही थी गोरा बदन और चूचियां जैसे उनके ब्लाउज से उछल कर बाहर आ रही हो
उनकी कमर के बिलकुल निचे उन्होंने साड़ी पहनी थी उनकी सारी कमर साफ नज़र आ रही थी गांड भी बिलकुल टाइट  साड़ी में कमाल लग रही थी
उनको ऐसे देख कर मेरा लंड झटके मार रहा था
वो चाय का कप रख कर बोली इसे पी लें और जल्दी निचे आ उसके इतना कहते ही मेरा लंड तो उसके निचे जाने को त्यार हो गया पर वो जल्दी जल्दी वहा से चली गयी
पर मुझे फिलहाल मुठ मार कर काम चलाना पड़ा
अब में नहा धो कर निचे चला गया
और काम में लग गया
पर उसकी चूत में लंड डालने की ख्वाइश को में रोक नहीं पा रहा था और मेरी नजरें उसको ही ढूंढ रही थी
पर चाची कही नहीं दिख रही थी
सभी लोग बिजी हो गए शाम हो चुकी थी बारात आने वाली थी तभी मुझे चाची दिखाई दि उसने नेट की skyblue कलर की saree पहनी थी और पूरी बन ठन कर मेरी आज रात की दुल्हन लग रही थी
अब मेरा लंड जैसे फिर से उसकी चूत में डूबने का मन बना लिया था मेने सोच लिया था जब बरात आएगी तो सबबीजी होंगे और में चाची को बुला कर चोद दूंगा
मेने अब चाची को छेड़ना शुरू कर दिया
मेने चाची को अकेला देख कर चाची को बोला बहुत सुंदर लग रही हो
और वो हंस कर वहा से चली गयी मेने एक बार फिर कहा अगर तुम चाची ना होती तो तुमसे शादी कर लेता
इसबार वो बोली अरे शादी किसलिए होती है एक काम के लिए ही तो होती है और वहा से चली गयी
पर मुझे उसका जवाब अजीब लगा में और भी सोच ही रहा था की बारात के बेंड की आवाज आयी मेने चाची को कहा थोड़ी देर में घर के पीछे आओगी  उसने कोई जवाब नहीं दिया पीछे मूड कर देखा तो वो जा चुकी थी
में सोच रहा था की  उसे सुनाई नहीं दिया या उसने सुन् लिया है मुझे कुछ पता नहीं चल रहा था 
यें कहानी आप www.sexkhaniyan.online में पड़ रहे हो 
अब बारात आने ही वाली थी में फिर से उसे भीड़ में ढूंढ़ने लग गया था पर वो कहीं नहीं दिखी phir मुझे लगा शायद उसने सुनलिया
सब लोग बारात के स्वागत में लग गए बारात द्वार पर आ चुकी थी में फटा फट भाग कर घर के पीछे जो हमारा खेत है वहा पहुंचा
मेरे मन में एक ही बात थी की जम कर चोदुँगा आज तो तभी मुझे आवाज़ आयी आजा चोद मुझे.....
 में चुप रहा और चुपके से खड़ा रहा और मेने देखने की कोशिश की तो चाची बिलकुल नंगी थी और एक 22/23 साल का लड़का उसके चूचियों को मसल रहा था और वो खुद ही अपनी चूत को उँगलियों से सेहला रही थी  और बोल रही थी भुजा मेरी प्यास चूत की बहुत आग लगी है चूत में जल्दी कर में चुपकर सब देखरहा था मेरा तो लंड उसकी चूत में जाने को जैसे त्यार था पर में यें सब देख कर चकित हो गया और मेने छुपे रहने में भलाई सोची
वो लड़का हमारे गाँव का ही था वो तो पुरे मजे लेने लग गया.... और चाची की चूत तो जैसे लंड की प्यासी हो... वो कह रही थी अरे चूत की आग ठंडी ही नहीं होती तू बस लंड डाल उस लड़के ने चाची की चूत में लंड घुसेड़ दिया और अबतो चाची उसके ऊपर ही चढ़ गयी और उसको ज़मीन में लेता कर कूद कूद कर चिलाने लगी हाय.....
हाय........ तेरा लंड....... हाय.......
और उस लड़के ने चाची से कहा तू तो पूरी रंडि है तेरा सिर्फ मुझसे क्या होगा
चाची कहने लगी तो तूझमे दम ही नहीं है अजा मेरी पीछे से भी लें मेरी चूत की आग बुझा जैसे मर्जी बुझा
तभी चाची बोली शुभम चुप कर क्या देख रहे हो आओ ना मेरी चूत चाट लो
इसका मतलब चाची को पता था की में यहां छुपा हूं
में सामने आप गया
मेने चाची से कहा चाचू को पता लगा तो
चाची बोली क्या करूँ मेरी चूत की आग उससे नहीं बुझती तेरा चाचू मेरी चूत में जाते ही पानी छोड़ देता हैं मेरी आग बुझाने के लिए मुझे बाहर से करवाना पड़ता है
अब क्या था में चाची की चूत को चाटना शुरू कीया और वो लड़का चाची की चूचियों में चढ़ गया वो लड़का बोलता की अब वो चूत में पानी छोड़ना चाहता है तो वो अब चोदेगा में चूचियाँ सेहलाने लग गया
और वो जोर जोर से चोदने लग गया चाची बोलती मजा आ रहा है जोर से मार झटके जोर जोर से मार मेरी चूत
अब वो लड़का पानी चूत में ही भर दिया पर चाची अभी भी प्यासी थी चाची मेरे लंड पर टूट पड़ी और चाटने लगी अब उसके चाटने से लंड में और भी तेज़ी आप गयी  और मेने चाची को पटक कर लंड चूत में डाल दिया और चाची कहती अअअअअअअ...... मजा आ गया बहुत मोटा है बहुत दिनों बाद मोटा लंड लिया है आआआआआ चोद  चोद चोद मुझे...... मेरा पानी निकलने वाला है शुभम मुझे अपने लंड का पानी पीला  ....... अअअअअ निकलने वाला है अब मेरा भी निकलने वाला था और चाची भी लम्बी चीख निकलता हुए पानी छोड़ गयी और मेने लंड चूत से निकाल कर उसके मुँह में दें दिया वो सारा माल पी गयी
   और हम सही से घर आए गए
यें थी मेरी चाची की चुदाई
अब तो में जब भी गाँव जाता हूं चाची को हररोज chodta हूं वो भी अब तो लंड के बिना नहीं रहती गाँव में 5/6 लड़के है जो उसे हररोज chodte है क्यूंकि वो अब लंड की प्यासी हो चुकी है  में भी ज़ब 2/3 दोस्तों के साथ जाता हूं तो में और मेरे दोस्तों चाची की चूत के पुरे मजे लेते है
आशा करता हूं आपको यें कहानी अच्छी लगी होंगी मिलते है एक और कहानी के साथ


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